मध्यकालीन भारत में निर्मित वास्तुकला के नायाब नमूनों में से एक ताजमहल सबसे अनोखा है। मोहब्बत की निशानी समझी जाने वाली यह ईमारत पूरी दुनिया में अपनी सुन्दरता के लिए मशहूर है। इसके अतिरिक्त इसे विश्व के सातवें अजूबा की श्रेणी में ही शामिल किया गया है। ताजमहल भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में यमुना नदी के तट पर मौजूद है। इसका निर्माण मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने अपनी प्रिय वेगम मुमताज़ महल की याद में करवाया था। नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका Tathya Darshan (तथ्य दर्शन) में जहाँ हम विभिन्न विषयों से संबंधित महत्वपूर्ण तथा रोचक जानकारी आप तक आसान शब्दों में साझा करते है। आज इस लेख में हम जानेगें ताज महल के रहस्य और History of Taj Mahal in Hindi के बारे में विस्तार से।
शाहजहाँ के बारे में (About Shah Jahan In Hindi)
भारत में मुग़ल का आगमन सन 1526 में हो चुकी थी। मुग़ल साम्राज्य का पहला शासक बाबर थे, दूसरा अकबर, तीसरा हुमायूँ और चौथे शाहजहाँ के पिता जहाँगीर थे। और पाचवाँ शाहजहाँ बनें थे। शाहजहाँ का जन्म 5 जनवरी 1592 में लाहौर में हुआ था। लाहौर जो अभी पाकिस्तान में स्थित है। इनका असली नाम था शिहाबुद्दीन मुहम्मद खुर्रम। शाहजहाँ यह इनका शाही नाम था, इनको ये नाम बाद में दिया गया था। जिसका मतलब होता है दुनिया का राजा (King Of The World)। इन्होंने 20 वर्ष की आयु में आर्जुमान्द बानू से साल 1612 में निकाह किये। आर्जुमान्द बानू निकाह के बाद से मुमताज़ महल के नाम से जानी गई। इनकी जन्म 27 अप्रैल 1593 में हुआ था। शाहजहाँ का कुल 6 बिबिया थी। इन छह में से शाहजहाँ सबसे जादा प्यार मुमताज़ महल से करते थे। और इसी वहज से उनका जादातर वक्त मुमताज़ महल से साथ गुजरता था।
चार सालो के बाद, यानि सन 1621 में इनका पिता जहाँगीर आचानक चल बसे। उसके 7 साल के बाद सन 1628 में शाहजहाँ शहंशाह की गदी संभाल लिए और मुग़ल साम्राज्य के पाचवाँ शासक बन गए थे। शाहजहाँ जब भी कोई कुटनीतिक बातचीत या युद्ध के लिए जहाँ भी जाते थे, मुमताज़ महल हमेशा उनके साथ जाती थी। वास्तव में शाहजहाँ का प्रेम मुमताज़ के लिए उनकी अन्य पत्नियों से कहीं अधिक था। और शाहजहाँ एवं मुमताज़ के 14 बच्चें हुए तथा 17 जून 1631 में अपने 14 वें बच्चें के जन्म के दौरान अत्यधिक प्रसव पीड़ा के चलते मुमताज़ महल की म्रत्यु हो गई। उनकी म्रत्यु के बाद शाहजहाँ भाड़ी गम में डूब गए। कई दिनों तक कई हफ्तों तक रोते रहे और कहाँ जाता है, की एक साल तक वह एकांत में चले गए थे। एकांत से जब वे वापस आए, तो उनके बाल सफ़ेद हो चुके थे, उनकी कमर झुक चुकी थी। कुछ दिनों के बाद जब शाहजहाँ थोड़ा मानसिक और शारीरिक रूप से स्वास्थ्य हुए। तब उनके मन में चाहत आया की मुमताज़ महल की जो कब्र स्थल होगी वो बहुत ही भव्य होना चाहिए। इसलिए जब उन्होंने ताजमहल बनाने का फैसला किया। तब वे उस समय के वेहतरीन शिल्पकार उस्ताद अहमद लाहौरी को बुलाया गया ताजमहल के निर्माण के लिए।

शाहजहाँ की म्रत्यु कब और कैसे हुई थी (When and How Did Shah Jahan Die In Hindi)
शाहजहाँ के जीवन काल के आखिरी समय में उनके बेटों के मध्य उत्तराधिकार के लिए युद्ध हुआ था। जिसमे औरंगजेब की जीत हुई और वह मुग़ल साम्राज्य के छठा राजा बन गया था। इसके बाद औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहाँ को आगरा के किले में बंदी बनाकर रखा, वही 8 साल कैंद में रहने के बाद 22 जनवरी 1666 को 74 साल की उर्म में शाहजहाँ की म्रत्यु हो गई। उनकी म्रत्यु के पश्चात उन्हें भी मुमताज़ महल की कब्र के बगल में दफ़ना दिया गया था।
ताजमहल का इतिहास (History Of Taj Mahal In Hindi)
ताजमहल का निर्माण मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने 1632 में अपनी बेगम मुमताज़ महल के देहांत के बाद शुरू किया, जो 1653 में बनकर पूरा हुआ था। यह ईमारत मुमताज़ महल का मक़बरा है। इतिहासकार मानते है की इस ईमारत का निर्माण 1643 में ही पूर्ण किया जा चूका था, जबकि अन्य कार्य अगले दस वर्षों तक जारी रहे और आख़िरकार एक बेहद खुबशुरत ईमारत का निर्माण हुआ।
ताजमहल की निर्माण (How was the Taj Mahal Constructed In Hindi)
ताजमहल की निर्माण सन 1632 में शुरू किया गया और 1653 में बनकर पूरा हो गया था। ताजमहल को इतना खूबसूरती बनाने के कारीगरी के पीछे उस्ताद अहमद लाहौरी ही थे, जो मुख्य शिल्पकार थे। लगभग 42 एकर्स पर फैला यह मकबरा जहाँ अपने अंदर खूबसूरती के बागीचे सजाये हुए है। वाही इस मकबरा का कई रहस्य अभी भी छिपा हुआ है। लगभग 400 साल पहले बनाये जाने वाली यह खुबसूरत मकबरा जहाँ अपने दौर की सबसे बड़ी आर सबसे शानदार ईमारत हुआ करती थी। वही आज इसको दुनिया का 7 वां अजूबा माना जाता है। इस आलीशान स्ट्रक्चर को बनाने में करीब 20,000 मजदुरों ने दिन रात कड़ी मेहनत की वह भी पुरे 22 सालों तक। और लगभग 320 लाख रूपए लगा था इस बनाने में, जिसकी वर्तमान कीमत करीब 7000 करोड़ रूपए से भी अधिक है। क्योंकि इस ईमारत में मुग़ल शिल्पकार ने अपने हुनर की कई ऐसी निसानी छोड़े थे। जिसकी दुनिया के टॉप इंजिनियर भी आज तक तारीफ़ करते है। ताजमहल को इतना खुबसूरत और इतना अद्भुद डिज़ाइन देने के लिए बहुत मसकत की गई। करीब 20,000 से भी ज्यादा मजदुर, पत्थरतराज, शिल्पकार और कारीगरों को पूरी शाल्तनत से इखता किया गया और इन्हें आगरा बुलाया लिया गया था। क्योंकि मुमताज़ महल की कब्र यमुना नदी के किनारे मजूद थी, इसी वजह से आगरा के यमुना नदी के किनारे पर ताजमहल को बनाने का फैसला लिया गया था।

ताजमहल की उतपत्ति और वास्तुकला (Origin and Architecture of Taj Mahal in hindi)
ताजमहल की डिज़ाइन का आईडिया शाहजहाँ ने अपने बाप दादा के मकबरों से लिया था। पिता के मकबरे से मीनारों का आईडिया लिया गया था, दादा के मकबरे से ईमारत का मुख्य भाग का आईडिया लिया गया और अपने चाचा के मकबरे से गुंबद का लिया गया था। जब इन सब को एक साथ जोड़ा गया तो एक शानदार डिज़ाइन बन कर त्यार हुआ। ईमारत के स्ट्रक्चर को बनाने के लिए कड़ोरो पत्थर इखता किया गया। ये इतना आसान नहीं था कई सालों के मेहनत के बाद इमरत का स्ट्रक्चर बन के त्यार हुआ था। अब बारी थी इसको संगमरमर (Marble) से सजाने की, ये संगमरमर आगरा से 400 किलोमीटर दूर राजस्थान से मगाया गया था। क्योंकि यहाँ का मकराना संगमरमर (Makrana Marble) आज भी दुनिया का सबसे बेहतरीन मार्बल माना जाता है। लगभग एक हजार हाथियों के मदत से ये मार्बल राजस्थान से आगरा लाया गया था। ताजमहल की फिनिशिंग के लिए, इसको पीट्रा ड्यूरे (पर्चिन कारी) से सजाया गया था। पीट्रा ड्यूरे जो की एक सजावटी कला है। इसमें उत्कृष्ट पद्धति से कटे, व जड़े हुए, तराशे हुए एवं चमकाए हुए रंगीन पत्थरों के टुकड़ो से पत्थर में चित्रकारी की जाती है। और ये सब पत्थरों को एक साथ चिपकाने के लिए एक खास गोंद का इस्तेमाल किया गया था। काफ़ी रिसर्च करने के बाद मालुम पड़ा की ये गोंद शीरा (Molasses), नींबू का रस और संगमरमर पाउडर को मिलकर बनाई जाती थी। वही गोंद आज भी ताजमहल की नवीकरण (Renovation) के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।
ताजमहल की ख़ास विशेषताएँ (Feature Of Taj Mahal)
इस ईमारत को ऐसे डिज़ाइन किया गया की जब मुख्य गेट के पीछे से इसको देखा जाता है, तो ये काफी बड़ी लगती है। लेकिन जैसे ही मुख्य गेट से आगे की तरफ बढ़ा जाता है, तो अपने आप से ही इसका आकर छोटा होते जाता है। ऐसे ही कई आश्चर्यजनक डिज़ाइन मुग़ल शिल्पकार के द्वारा इस ईमारत को दिया गया था। जैसे ताजमहल के चारो मीनारों को बिलकुल सीधा नहीं खड़ा किया बल्कि ये मीनार बाहर की तरफ थोड़ी झुकी हुई है। ऐसा डिज़ाइन देने का मुख्य कारण था की खतरनाक भूकप के सूरत में अगर ये मीनार गिरे भी तो बहार की तरफ गिरकर ताजमहल पर कोई आच भी ना आने दे। और इस मकबरा का एक खास बात ये भी है की दिन में चार बार अपना रंग बदलता है। सूरज निकलने से पहले ये बिलकुल भूरा रंग का दिखता है और सूरज निकलने के बाद हल्का पिला और थोड़ा गुलाबी रंग जैसे दिखता है। जबकि दोपहर के वक्त ताजमहल की खूबसूरती का एक नया रुख देखने को मिलता है, जैसे नीले आसमान पर मोती चमक रहा हो और सूरज ढ़लने के वक्त ये पूरी ईमारत सुनहरा रंग की दिखाई देती हैं।

Bonus Knowledge
- ताजमहल को बनाने का मुख्या शिल्पकार उस्ताद अहमद लाहौरी थे, जो उस समय के बहुत प्रसिद्ध शिल्पकार थे। और सफ़ेद संगमरमर के पैनल पर सुलेखन (Calligraphy) अब्दुल हक़ शिराज़ी के द्वारा किया गया था।
- ताजमहल को बनाने के लिए अनेक प्रकार का पत्थर का इस्तेमाल किया गया था। जैसे
- सफ़ेद संगमरमर (White Marble) को राजस्थान से लाया गया था।
- जैस्पर (Jasper) को पंजाब से लाया गया था।
- क्रिस्टल (Crystals) को चीन से लाया गया था।
- फ़िरोज़ा (Turquoise) को Tibet से लाया गया था।
- नीलम (Sapphire) को श्रीलंका से लाया गया था।
- कारेलियन (Carnelian) को अरब लाया गया था।
Conclusion: निष्कर्ष
- ताजमहल भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में यमुना नदी के तट पर मौजूद है। इसका निर्माण मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने अपनी प्रिय वेगम मुमताज़ महल की याद में सन 1632 में शुरू किया और 1653 में बनाकर त्यार करवा दिया था।
- ताजमहल को इतना खुबसूरत बनाने के लिए करीब 20,000 से भी ज्यादा मजदुर, पत्थरतराज, शिल्पकार और कारीगरों ने दिन रात कड़ी मेहनत की वह भी पुरे 22 सालों तक। और लगभग 320 लाख रूपए लगा था उस समय में।
- ताजमहल की स्ट्रक्चर को बनाने के लिए कड़ोरो पत्थर और संगमरमर इखता किया गया था। ये संगमरमर आगरा से 400 किलोमीटर दूर राजस्थान से मगाया गया था। और ये सब पत्थरों एवं संगमरमरों को एक साथ चिपकाने के लिए एक खास गोंद का इस्तेमाल किया गया था। जिसे शीरा, नींबू का रस और संगमरमर पाउडर को मिलकर बनाई जाती थी। वही गोंद आज भी ताजमहल की नवीकरण के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।
Mind Test
Q.1 ताजमहल कितने एकर्स जमीन पर फैला हुआ हैं।
*Comment करके जरुर जवाब दे। और अपना कीमती सुझाव जरुर दे।
Note*
ये प्रशन इसी लेख के अंदर से पूछा गया हैं।