आईपीएल दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट लीग है, जो शुरुवात से ही लोगों का सबसे पसंदीदा इवेंट बना हुआ है। इसे सबसे ज्यादा देखे जाने वाला T20 टूर्नामेंट का ख़िताब हासिल है। यह लीग विश्व स्तर पर दूसरा सबसे ज्यादा भुगतान करने वाला खेल लीग है और साथ ही दुनिया का सबसे महँगी क्रिकेट लीग भी है। IPL को 2008 में बीसीसीआई के द्वारा शुरू किया गया था, जो आज के समय भारत का सबसे बड़ा T20 फॉर्मेट क्रिकेट टूर्नामेंट है और दुनिया में सबसे ज्यादा दर्शक जुटाने वाली छठी सबसे बड़ी लीग है। आईपीएल को हर साल अप्रैल और मई के महीने में आयोजित किया जाता है, जिसमे प्रत्येक टीम डबल राउंड – रॉबिन फॉर्मेट में कुल 14 मैच खेलती है और जो भी टीम फाइनल में जाकर जीत हासिल करता है, तो उस टीम को इनाम में एक ट्रॉफी और साथ ही 20 करोड़ रुपये दिए जाते है। यह इनाम राशि एक आम आदमी के नज़रिए से देखा जाए तो बहुत बड़ी रक़म होती है। लेकिन अब एक आईपीएल टीम के नज़रिए से देखे तो यह इनाम राशि उसकी ब्रांड वैल्यू के सामने बहुत छोटी पड़ जाती है। क्योंकि जहाँ आईपीएल के सबसे सस्ते टीम राजस्थान रॉयल्स (RR) की खुदकी ब्रांड वैल्यू 250 करोड़ रुपये है वहीं आईपीएल के सबसे महँगे टीम चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की ब्रांड वैल्यू करीब 2700 करोड़ रुपये तक है। ऐसे में 20 करोड़ रुपय का क्या मायने है इन टीमों के लिए। जहाँ आईपीएल की हर टीम का अपना खर्चा होता है जैसे खिलाड़ियों को ख़रीदना, टीम को मैनेज करना और सब को लेकर एक IPL Team एक सीजन में करीब 200 करोड़ रूपए तक खर्चा करता है। अब आपके मन में एक सवाल जरुर आ रहा होगा की आईपीएल टीमें आखिर अपना खर्चा कैसे निकलती होगी। नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका Tathya Darshan (तथ्य दर्शन) में जहाँ हम विभिन्न विषयों से संबंधित महत्वपूर्ण तथा रोचक जानकारी आप तक आसान शब्दों में साझा करते है। आज इस लेख में हम जानेंगे Business Model of IPL in Hindi – आईपीएल टीम पैसा कैसे कमाती है, BCCI को IPL से कितनी कमाई होती है के बारे में विस्तार से।
आईपीएल की शुरुवात कैसे हुआ
दरअसल, आपको याद होगा आईपीएल शुरू होने से 1 साल पहले आईसीएल (ICL) की स्थापना करी गई थी। इसकी खास बात यह था की इसे एक प्राइवेट कंपनी जी एंटरटेनमेंट एन्ताराप्रिजेज के द्वारा शुरू किया गया था। लेकिन बीसीसीआई (BCCI) इसकी शुरुवात से बिलकुल खुश नहीं थी और इसीलिए उन्होंने उसके जवाब में फ्रैंचाइज़ी पर आधारित अपनी खुद की लीग आईपीएल की शुरुवात साल 2008 में कर दिया था। IPL के शुरू होने के एक साल बाद ही यानि 2009 में ICL को बंद कर दिया गया था।
बीसिसियाई पैसा कैसे कमाता है (How BCCI Earn from IPL in Hindi)
बीसीसीआई (BCCI) जिसका हिंदी में पूरा नाम “ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड “ और अंग्रेजी में “ Board of Control for Cricket in India “ है। बीसीसीआई भारतीय क्रिकेट टीम को नियंत्रण करती है और साथ ही देश एवं विदेश में होने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के सभी फॉर्मेट के मैचों का आयोजन आदि करती है। बीसीसीआई को दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड माना जाता है और इसके अलावा दुनिया का सबस सबसे बड़ा क्रिकेट लीग आईपीएल को बीसीसीआई के द्वारा ही संचालित किया जाता है।
अब अगर आईपीएल का बिज़नस मॉडल समझना है तो ये जानना होगा की बीसीसीआई इस बिज़नस मॉडल के सेंटर में बैठा है। आईपीएल की गवर्निंग बॉडी आज के दिन ये BCCI ही है। बीसीसीआई के अलावा तीन और मुख्य अंश है आईपीएल के बिज़नस मॉडल में। पहला है प्रसारणकर्ता (Broadcaster) मतलब जिस TV चैनल पे आप IPL देखते है, दूसरा है आईपीएल की टीम जिन्हें ख़रीदा जाता है प्राइवेट कंपनीयों और प्रशिद्ध एक्टर एंड एक्ट्रेस एवं बिसिनेसमैन के द्वारा और तीसरा है स्पॉन्सरशिप (Sponsorship) इसमें प्राइवेट कंपनीयों के द्वारा IPL एवं IPL Teams को स्पॉन्सर किया जाता है और विज्ञापन (Ads) चलाई जाती है TV चैनलों पर। बीसीसीआई चौथा अंश है इस बिज़नस मॉडल में, जो की आईपीएल की गवर्निंग बॉडी है। इनके पास दों मुख्य स्रोत है कमाई के लिए। पहला है स्पॉन्सरशिप इसमें स्पॉन्सर पैसा देते है बीसीसीआई को और दूसरा है मीडिया राइट्स इसमें आईपीएल मीडिया राइट्स बेचकर पैसा मिलता है।

आईपीएल स्पॉन्सरशिप (IPL Sponsorship)
आईपीएल स्पॉन्सरशिप भी दों प्रकार के होते है। एक है टाइटल स्पॉन्सर (Title Sponsor) और दूसरा है ऑफिशियल स्पॉन्सर (Official Sponsor).
- टाइटल स्पॉन्सर (Title Sponsor)
टाइटल स्पॉन्सर मतलब, जिस ब्रांड नाम का इस्तेमाल किया जाता है आईपीएल (IPL) से पहले जैसे आपको याद होगा एक समय पर इसे कहां करते थे DLF IPL, फिर IPL को कहने लगे पेप्सी आईपीएल (Pepsi IPL), विवो आईपीएल (VIVO IPL) और आज के दिन कहते है टाटा आईपीएल (TATA IPL) इसे ही टाइटल स्पॉन्सर (Title Sponsor) कहाँ जाता हैं। तो ये ब्रांड बहुत सारा पैसा देते है टाइटल स्पॉन्सर बनने के लिए। शुरुवात में आईपीएल के पहले पाँच सीजन में DLF कंपनी टाइटल स्पॉन्सर रहा था और इसकी स्पॉन्सरशिप फीस थी 40 करोड़ रुपये हर साल के जो इन्होंने BCCI को दिया था। उसके बाद Pepsi आया 79 करोड़ रुपये हर साल के जो 2013 से 2015 तक स्पॉन्सर किया था। फिर VIVO ने बहुत सारा पैसा खर्च किया 2016 – 2017 में 100 करोड़ रुपये और 2018 – 2019 में 440 करोड़ रुपये हर साल के। 2020 का टाइटल स्पॉन्सर ‘Dream 11’ था और 2021 में VIVO फिर वापस आ गया था, 440 करोड़ रुपये ले के। इस बार 2022 – 2023 के टाइटल स्पॉन्सर TATA कंपनी के पास है जो 330 करोड़ रुपये खर्च कर रहे है हर साल टाइटल स्पॉन्सर के लिए। अब इस टाइटल स्पॉन्सर (Title Sponsor) से जो भी पैसा मिलता है BCCI को वह 50% अपने पास रख लेते है और बाकी के 50% हर आईपीएल टीम के फ्रैंचाइज़ी में बराबर बाट देते हैं।
- ऑफिशियल स्पॉन्सर (Official Sponsor)
इसके अलवा होते है आईपीएल के ऑफिशियल स्पॉन्सर, इसमें कुछ ब्रांड जो IPL के अलग – अलग चीजों को स्पॉन्सर करता है, जैसे CEAT Tyres ने स्टैटजिक ब्रेक को स्पॉन्सर कर रखा है। करीब 30 करोड़ रुपये उन्होंने भुगतान किये है इस स्टैटजिक टाइम आउट में। इसके अलावा आपने कमेंटेटर्स को पॉवर प्ले में बोलते हुए सुना होगा की क्रेड पॉवर प्ले (CRED Power Play) चल रहा है, तो यहाँ पर CRED ने स्पॉन्सर किया है। फिर इन्होंने एक बना रखा है ‘Dream 11 गेम चेंजर ऑफ़ द मैच’ ऐसे करीब 14 कंपनियां है जो अलग – अलग पहलुओ को स्पॉन्सर कर रही है और टोटल में अनुमान लगाया गया है करीब 210 करोड़ रुपये इन ऑफिशियल स्पॉन्सर से BCCI को मिलता है। स्पॉन्सरशिप एक मुख्य जरिया हो गया है बिसिसिआई के लिए कमाई का।
मीडिया राइट्स (IPL Media Rights)
अब स्पॉन्सरशिप के अलावा दूसरा बड़ा जरिया है कमाई का BCCI के लिए प्रसारणकर्ता (Broadcaster) को IPL मैचों को अपने प्लैटफ़ॉर्म जैसे TV चैनल या OTT पर प्रसारण (Broadcast) करने के लिए अधिकार बेचता है। इसके बदले BCCI उस प्रसारणकर्ता कंपनी से पैसे बदले अधिकार देता है। आईपीएल के पहले 10 सालों का मीडिया राइट्स “SONY” के पास था। इन्होंने टोटल 8200 करोड़ रुपये खर्च किया था इस पर, तो हर सीजन के लिए करीब 820 करोड़ रुपये खर्च करता था। लेकिन फिर साल 2018 में “STAR SPORTS” ने इसके राइट्स खरीद लिया, लगभग 16400 करोड़ रुपये की कीमत पर पुरे पाँच सालों के लिए। इस बार BCCI ने चार ग्रुप में मीडिया राइट्स बेचा, पहला ग्रुप भारत के TV मीडिया राइट्स को “STAR SPORT” ने 23,575 करोड़ रुपये देकर इस बार भी अपने पास ही रखा, दूसरा ग्रुप ओटीटी (OTT) प्लैटफ़ॉर्म पर टेलीकास्ट राइट्स को “Viacom18 (Reliance Industries)” ने 20,500 करोड़ रुपये देकर ख़रीदा और साथ ही तीसरा ग्रुप स्पेशल कैटेगिरी के मैच के लिए 3,258 करोड़ रुपये देकर “ वायकॉम18 (Viacom18)” ने अपने पास ही रखा है। चौथा ग्रुप विदेशी ब्रॉडकास्ट राइट्स के लिए “टाइम्स इन्टरनेट (Times Internet)” के साथ “वायकॉम18” ने 1,057 करोड़ रुपये देकर खरीदा। यह सभी मीडिया राइट्स अगले पाँच सालों के लिए 2023 से लेकर 2027 तक यही सभी कंपनियों के पास रहेगी। बीसीसीआई को टोटल 48,390 करोड़ रुपये की कमाई हुई इस बार की मीडिया राइट्स साइकिल को बेच कर। यहाँ पर भी 50% पैसा BCCI अपने पास रख लेता है और बाकी का 50% सभी टीमों के फ्रैंचाइज़ी की मिल जाता है।

आईपीएल टीम पैसे कैसे कमाते हैं (How IPL Team Make Money in Hindi)
अब इस बिज़नस मॉडल को एक आईपीएल टीम के नजरिए से देखे तो, एक IPL टीम को ख़रीदा जाता है प्राइवेट कंपनियों के द्वारा या फिर मशहूर एक्टर एवं एक्ट्रेस और बड़े बिज़नसमैन के द्वारा। आईपीएल टीम को खरीदने के बाद काफ़ी चीजों पर पैसा खर्च करना पड़ता है, जैसे खिलाड़ियों को ख़रीदना और उनके परिवहन (Transportation) के लिए साथ ही खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए ये सारा खर्च आईपीएल टीम ही उठती है। कुल मिलाके अनुमान लगाया गया है करीब 200 करोड़ रुपये खर्च होता है एक IPL टीम का एक सीजन में। काफ़ी ज्यादा पैसा है ये और जो टीम के मालिक है वह अपने जेब से तो ये पैसा खर्च करेंगे नहीं, तो अब सवाल है की इन्हें पैसा कहाँ से मिलता है।
एक जरिया तो हमने आपको बताया ही पहले की बीसीसीआई अपना आधा कमाई शेयर करता है आईपीएल टीमों के साथ। लेकिन ये काफ़ी नहीं होता है टीम के खर्च को देखते हुए। इनके लिए भी पैसा कमाने का मुख्य जरिया स्पॉन्सरशिप ही है। टीम स्पॉन्सर होते है, वह ब्रांड जो आईपीएल टीम के जर्सी पर स्पॉन्सर करते है। औसतन एक आईपीएल पोशाक पर 10 ब्रांडो के लोगो (Logo) लगे होते है, 6 जर्सी पर, 2 पैंट पर और 2 उनके टोपी पर, तो ये ब्रांड आईपीएल टीम को पैसा देते है यहाँ पर स्पॉन्सर करने के लिए। इसके अलावा स्टेडियम से जो टिकेट बेचकर पैसा आता है, इसका भी 80% जाता है आईपीएल टीम के पास। विशेष रूप से जिस स्टेडियम में होता है उसके होम टीम के पास 80% कमाई जाता है, जैसे की अगर वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium) में मैच होता है तो 80% टिकेट का पैसा जाएगा मुबई इंडियन (MI) टीम के पास और बाकी 20% पैसा जाता है होम स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (Home State Cricket Association) के पास। हर टीम कम से कम 7 होम मैच जरुर खेलती है, तो हर टीम को मौका मिलता इस जरिए से पैसा कमाने की। हलाकि इतना ज्यादा पैसा नहीं आता है टिकेट बेचकर, अनुमान लगाया गया है सिर्फ 4 करोड़ रुपये आता है एक मैच के स्टेडियम टिकेट बेचकर। इसको छोड़ कर मर्चेंडाइज (Merchandise) भी एक कमाई का जरिया है आईपीएल टीमों के लिए। जब आप कपड़ो के दुकानों में जाकर जर्सी खरीदते हो अपनी पसंदीदा टीम की। आईपीएल मर्चेंडाइजिंग जर्सी के अलावा कई और तरह की हो सकती है जैसे चाबी रिंग, मोबाइल कवर, टोपी और भी बहुत सारे चीजे हो सकती है जिन्हें ख़रीदा जा सकता है दुकानों पर। इन चीजों को बेचकर जो पैसा आता है, वह इन आईपीएल टीम के पास ही जाता है, और फिर अंत में रहा पुरस्कार राशि 20 करोड़ रुपये का, जो भी टीम इस सीजन में IPL के फाइनल मैच को जीतेगी उसे मिलेगा ये पुरस्कार राशि। इसके अलावा Runner-up टीम को यानि जो फाइनल में हारेगी उसे 13 करोड़ रुपये दिया जाएगा, जो टीम क्वालीफायर (Qualifier) 2 मैच हारेगी उसे 7 करोड़ रुपये मिलेगा और जो टीम एलिमिनेटर (Eliminator) मैच हारेगी उसे भी 6.5 करोड़ रुपये दिए जायेंगे। ये जो पुरस्कार राशी है, इसका आधा पैसा जाता है टीम के मालिक के पास और बाकि का आधा पैसा टीम के खिलाड़ियों में बराबर बाट दिया जाता है।
IPL टीम के मालिक क्यों चाहेंगे उनकी टीम IPL जीते
लेख के शुरू में हमने आपको कहाँ था जो पुरस्कार राशि है, वह सिर्फ 20 करोड़ रुपये ही है। लेकिन एक आईपीएल टीम का औसत खर्च करीब 200 करोड़ रुपये तक पहुँच जाता है और साथ ही एक IPL टीम की ब्रांड वैल्यू 2500 करोड़ रुपये भी पार करने लग रही है। तो जारा सोच के देखिए इसके बारे में, जो आईपीएल टीम के मालिक है वह क्यों चाहेंगे की उनकी टीम टूर्नामेंट जीते। इस 20 करोड़ रुपये के लिए तो वह नहीं चाहेंगे की उनकी टीम जीते। बल्कि इसकी असली वजह अहाँ पर है, उनकी टीम की ब्रांड वैल्यू। अगर टीम फाइनल में जाकर आईपीएल जीतेंगे तो उनके टीम की प्रचार (Publicity) होगी ज्यादा लोग उनकी टीम को जानेगे, उनकी टीम को सपोर्ट करेंगे। जब जनता के तरफ से ज्यादा पॉजिटिव फीडबैक मिलेगा और ज्यादा दर्शक उनके टीम की मैचो देखेंगे, तो ज्यादा स्पॉन्सर भी आना चाहेंगे उस आईपीएल टीम के पास और ज्यादा पैसा भी देना चाहेंगे ब्रांड उस आईपीएल टीम के पोशाक पर स्पॉन्सर करने के लिए। तो ब्रांड वैल्यू अहाँ पर एक आईपीएल टीम की ज्यादा महत्वपूर्ण है बिज़नस मॉडल के द्रष्टिकोण से पुरस्कार राशि के तुलना में। इसके अलावा IPL टीम की ब्रांड वैल्यू तब भी बड़ जाता है जब कोई प्रसिद्ध खिलाड़ी उनके टीम में आता है, जैसे महेंद्र सिंह धोनी चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए खेलते है, विराट कोहली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए और रोहित शर्मा मुबई इंडियन (MI) के लिए, ऐसे में कई टीम कोशिश करते ज्यादा से ज्यादा अच्छे खिलाड़ी को अपने टीम में लिया जा सके। अक्सर प्रसिद्ध बॉलीवुड स्टार और मशहूर बिज़नसमैन भी टीम की ब्रांड वैल्यू बढ़ाते हैं।

आईपीएल टीमों के मालिक एवं ब्रांड वैल्यू और घरेलू मैदान (IPL Teams Owners and Brand Value 2022)
टीम नाम | मालिक का नाम | घरेलू मैदान | ब्रांड वैल्यू 2022 |
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) | एन श्रीनिवासन (इंडिया समेंट्स) | एम. ए चिदंबरम स्टेडियम | ₹ 2700 करोड़ |
मुंबई इंडियंस (MI) | मुकेश अंबानी और नीता अंबानी (रिलायंस इंडस्ट्री) | वानखेड़े स्टेडियम | ₹ 2500 करोड़ |
लखनऊ सुपरजेंट्स (LSG) | संजीव गोयनका (RPSG Group) | BRSABV एकान क्रिकेट स्टेडियम | ₹ 709 करोड़ |
कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) | शाहरुख़ खान, जय मेहता और जूही चावला (रेड चिल्लिएस एंटरटेनमेंट) | ईडन गार्डन | ₹ 543 करोड़ |
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) | यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड | एम चिन्नास्वामी स्टेडियम | ₹ 536 करोड़ |
गुजरात टाइटन्स (GT) | CVC कैपिटल पार्टनर्स | नरेन्द्र मोदी स्टेडियम | ₹ 562 करोड़ |
सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) | कलानिधि मारन (सन टीवी नेटवर्क) | राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम | ₹ 442 करोड़ |
दिल्ली कैपिटल्स (DC) | जीएमआर समूह (GMR Group) और पार्थ जिंदल (JSW) | अरुण जेटली स्टेडियम एवं शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम | ₹ 370 करोड़ |
किंग्स इलेवन पंजाब (PBKS) | केपीएच ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड, प्रीती ज़िंटा, नेस वाडिया, कारण पॉल, मोहित बर्मन | पीसीए (PCA) स्टेडियम | ₹ 318 करोड़ |
राजस्थान रॉयल्स (RR) | मनोज बडाले (ब्रिटिश एशियाई ट्रस्ट) | सवाई मानसिंह स्टेडियम | ₹ 249 करोड़ |
Mind Test
Q.1 आईपीएल की सबसे महंगी टीम कौन सी है?
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Chennai super Kings (CSK)