
सऊदी अरब 170 KM लंबी एक ऐसी मॉडर्न शहर बनाने जा रहा है। जिस पर ना ही गाड़िया चलेंगी और ना ही इस पर रोड बनाए जायेंगे। बिलकुल सीधी लाइन में बनाया जाने वाला ये दुनिया का सबसे पहला और सबसे बड़ा शहर होने वाला है। जिसको 2030 से पहले पूरा करना सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद (Salman bin Abdulaziz AL Saud) और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद (Mohammed bin Salman AL Saud) का सपना हैं। नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका Tathya Darshan (तथ्य दर्शन) में जहाँ विभिन्न विषयों से संबंधित महत्वपूर्ण तथा रोचक जानकारी आप तक आसन शब्दों में साझा करते है। आज इस लेख में हम जानेंगे Saudi Future City Neom in Hindi – सऊदी अरब का भविष्य के शहर नियोम के बारे में विस्तार से।
नियोम : Neom City Project
सऊदी अरब रेगिस्तान पर दुनिया का सबसे पहला और एकलौता ऐसा शहर बसाने जा रहा है जो की सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ कार्बन फ्री पर्यावरण से युक्त होगा। इसकी खासियत को देखते हुए इसे ख्वाबों का शहर भी बताया जा रहा है। जिसे नियोम नाम नवाज़ा गया है। ये शहर दुनिया में मौजूद दुसरे शहरों से काफ़ी ज्यादा अलग होगा। क्योंकि जहाँ दुसरे शहर सेंटर से शुरू होकर आहिस्ता – आहिस्ता बाहर के तरफ फैलती जाती है। वाही ये शहर एक सिद्धि लाइन (Straight Line) में होगी और वह भी 170 किलोमटर लंबी लाइन में। लगभग 26,500 वर्ग किलोमीटर में फैला यह शहर जो करीब इजराइल और फिलिस्तीन ये दोनों देशो के क्षेत्रफल को मिलाकर उतना होगा। यह प्रोजेक्ट दुनिया का सबसे महंगा प्रोजेक्ट है. इसे पूरा होने में करीब 40 लाख करोड़ का खर्च आएगा।
नियोम नाम का अर्थ।
दरअसल नियोम शब्द का संबंध ग्रीक और अरबी भाषा से है। जहाँ ग्रीक भाषा में “एम” शब्द का मतलब है “नया” जबकि अरबी भाषा में “नियो” शब्द का अर्थ है “भविष्य” और इन शब्द दोनों को मिलाकर इसका नामकरण नियोम किया गया। यानि एक ऐसा शहर जो एक दम नया होगा।
कब लॉन्च हुआ ‘Neom City’ प्रोजेक्ट
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद (Mohammed bin Salman AL Saud) का ये सपनों का शहर नियोम। उनका ये सबसे खास प्रोजेक्ट है और अपने इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की घोषणा वें 2017 में ही कर दिए थे। उन्होंने खुद इस शहर का ब्लूप्रिंट बनाया था। वहीं 2021 में क्राउन प्रिंस ने इसका ब्लूप्रिंट सबके सामने रखा था और उनके द्वारा दावा किया जा रहा था कि यह प्रोजेक्ट 2030 तक पूरा हो जाएगा। हालांकि इस प्रोजेक्ट में लगातार देरी होने के चलतें, कई लोगों का कहना है कि जिस तरह के दावे इस प्रोजेक्ट में किया गया है उसके मुताबिक इस शहर को बसाने में करीब 50 साल तक का समय लग सकता हैं।
किस जगह पर बनाया जा रहा है नियोम शहर
नियोम सऊदी अरब के ताबुक प्रांत में बनाया जा रहा है। वहां पर सरकार ने इस शहर के लिए एक विशेष जोन निर्धारित किया है। इसका एक छोड़ अक़ाबा की खाड़ी और दूसरा सीधा लाल सागर को लगेगा। जबकि इसको तट से सिर्फ 5 KM दूर इजिप्शन शहर शर्म अल शेख है, जो पहले से ही एक पर्यटन स्थल है। इन दोनों देशों के सरकारों का प्लान है की नियोम और शर्म अल शेख को एक पुल के द्वारा जोड़ा जायेगा। जिससे दोनों देशो को टूरिज़्म में फ़ायदा होगा।
कैसे बनाया जा रहा है नियोम (How is Neom City Structured)
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिल सलमान नियोम नाम से एक ऐसी शहर बना रहे है जो करीब 106 मील (170 KM) लंबी होगी। आसान शब्दों कहाँ जाए तो ये शहर इतनी लंबी होगी की इसका एक छोड़ देश के उत्तर पश्चिम पहाड़ो में होगा और वही दूसरा सीधा दक्षिण पूर्व में लाल सागर के तट में होगा। लेकिन इस शहर की सबसे खास बात होगी इसका कार्बन मुक्त पर्यावरण। जो इसे दुनिया के बाकी सबी प्रदूषित शहर से काफ़ी अलग बना देगा। नियोम देश के लीडर मोहम्मद बिन सलमान का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। इसीलिए इनके हैसियत के हिसाब से इसे जगह भी दी गई है जो 26,500 वर्ग किलोमटर है। यह प्रोजेक्ट इतने बड़े पैमाने पे बनाया जा रहा है की इजिप्त भी नियोम के लिए अपने हिस्से की 1000 वर्ग किलोमटर जमीन देने के लिए राजी हो गया और अमेरिका ने जुलाई 2020 में घोषणा कर दिया की नियोम के बन जाने के बाद वों दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट सऊदी में ही बनाएगा।
सऊदी सरकार के तरफ से नियोम का जो नक्शा प्लान किया गया है। वह वाकई काफ़ी अद्भुद है। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का कहना है नियोम शहर के बेशुमार फायदे है और ये दुनिया को नेक्स्ट लेवल तक ले के जाने का रोल माडल होगी। यह शहर को तिन लेवल में बनाया जायेगा। आसन शब्द में इसे तीन मंजिले बनाई जाएगी। जिसमे ग्राउंड लेवल इसका बैक ब़ोन है। क्योंकि यहाँ पर अल्ट्रा हाई स्पीड ट्रांसपोर्ट सिस्टम बनाया जाएगा, जो वहाँ के लोगों को 170 KM पर फैला इस शहर के एक कोने से दुसरे कोने तक सिर्फ 20 मिनिटों में पहुचाने की काबिलियत रखेगा। दुसरे लेवल को सर्विस लेवल का नाम दिया गया है, जिसमे सभी कमर्शियल गतिविधि होगा जैसे की दुकान, ऑफिस, स्कूल और मॉल होगा। नियोम का तीसरा लेवल में ना ही गाड़िया चलेगा और ना ही रोड बनेगा। बल्क़ि ये लेवल प्रक्रति से भरपूर होगा और इसी लेवल पर लोगों को बशाने का व्यवस्था भी किया जायेगा, जहाँ सिर्फ पैदल चलने और साईकिल चलाने वालों की ही जगह होगी।

नियोम की विशेषताए (Feature Of Neom)
- नियोम शहर दुनिया की बाकी शहरों के मुक़ाबले में विल्कुल अलग होगी, क्योंकि ये पूरी शहर इसमें मौजूद इलेक्ट्रिकल सिस्टम, ट्रांसपोर्ट सिस्टम और इंडस्ट्रीज सब कुछ रिन्यूएबल ऊर्जा के जरिए चलेगा।
- नियोम द लाइन सिटी जहाँ लाल सागर के तट से गुजरेगी वाही इसका ज्यादातर हिस्सा 4500 फीट ऊचें पहाड़ों से भी गुजरेगा और सऊदी सरकार इस हिस्से को ट्रोजेना (Trojena) का नाम दिया है। इस प्रोजेक्ट की निर्माण के लिए किसी भी पहाड़ को नुकसान नहीं पहुचाया जाएगा, बल्क़ि इसकी प्राक्रतिक भूदृश्य की खूबसूरती का इस्तेमाल कर के इसमें विकास (Development) की जाएगी। जहाँ पर एक वर्टीकल विलेज, आउटडोर, स्की रिसोर्ट, पहाड़ से पहाड़ ट्रांसपोर्ट सिस्टम और लक्जरी मनोरंजन केंद्र भी बनाए जायेंगें।
- इस लाइन शहर की भौगोलिक जगह ऐसे रखे गए है की दुनिया की 40% जनसंख्या यहाँ 4 घंटे में फहुच सकती है।
नियोम को बनाने में आने वाली चुनौतिया
नियोम सिटी प्रोजेक्ट के निर्माण के दौरान समस्याएँ उत्पन्न होने के कई कारण हो सकते हैं। कुछ मुख्य कारणों शामिल हो सकते हैं, जैसे
कहां से आएगा इतना पैसा
जाहिर है इतनी विकसित और भविष्यवादी शहर पर खर्चा भी ठीक ठाक ही होगा। सऊदी सरकार ने इस नियोम प्रोजेक्ट के लिए 500 बिलियन डॉलर निर्धारित किया है जो तक़रीबन 40 लाख करोड़ रुपये बनते है। ये रक़म इतना ज्यादा है की उतने में एक एक पूरा देश बसाया जा सकता है। जो किसी भी देश के खजाने में दबा तो मिलेगा नहीं। अब ये सवाल है की इतना पैसा आएगा कहां से। इसके लिए सऊदी अरब ने 2019 में घोषणा किया था की वह नियोम प्रोजेक्ट के नाम से एक जॉइंट स्टॉक कंपनी शुरू कर करा है, जिसका मकसद है सार्वजनिक निवेश कोष (Public Investment Fund) और संप्रभु धन कोष (Sovereign Wealth Fund) की मदत से एक आर्थिक क्षेत्र बनाना है। जिससे इस प्रोजेक्ट के लिए फण्ड जुटाया जायेगा और साथ ही देश के अर्थवस्था को भी बढ़ोतरी मिलेगी।
पीने का पानी की समस्या (Drinking Water Problem)
सऊदी के तरफ से ये दावा किया जा रहा है की नियोम 100% रिन्यूएबल उर्जा पर चलेगी। तो फिर सवाल ये है, पीने का फ्रेश जल जो अभी जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuel) के जरिए समुंद्र का पानी को फ़िल्टर करके इखता किया जाता है वह वगैर ईंधन के कैसे मिलेगा। क्योंकि ये बात तो सबको मालूम है की सऊदी में फ्रेश जल की कोई एक भी नदी नहीं है। तो अब फ्रेश जल बिना ईंधन का इस्तेमाल किये कैसे मिला। इस समस्या का समाधान के लिए क्राउन प्राइस मोहम्मद बिन सलमान ने सोलर डोम का इस्तमाल किया जिससे नियोम में फ्रेश जल बनाने के लिए एक नया तरीका का इस्तेमाल किया जायेगा। काँच से बना एक बहुत बड़ा टैंक तैयार किया जा रहा है। जिसका काँच कोई आम काँच नहीं है, बल्कि वों सोलर पैनल है। इसमें समुंद्र का पानी को भरा जायेगा। सोलर पैनल के जरिए काँच की टैंक को गर्म किया जाएगा और जब अंदर का पानी गरम होकर जल वाष्प (Water Vapour) में परिवर्तित हो जाएगा तो फिर उस वाष्प को पाइप के जरिए बहार निकल लिया जाएगा। उसके बाद इस वाष्प फिर से जल में परिवर्तित कर दिया जाएगा। इस तरीके से हर रोज करीब 5 करोड़ लीटर फ्रेश जल बनाया जायेगा।
उर्जा की समस्या (Energy Problem)
इस आधुनिक शहर का उर्जा की मांग पूरी करने के लिए 100% रिन्यूएबल उर्जा स्रोत का इस्तेमाल किया जाएगा। सऊदी अरब के लोकेशन के हिसाब से यहाँ पर अधिकतम गर्मी रहती है और गरम इलाकों में हवा का बहना ज्यादा बेहतर होती है। इसीलिए पवन चक्की और सोलर पैनल की मदत से नियोम पर ऐसे प्लांट लगायें जायेंगे जो पानी और हवा को विद्युत रासायनिक सेल (Electrochemical Cell) के जरिए ग्रीन अमोनिया (Green Ammonia) में बदल देगी, जो की एक बहुत कारगर ईंधन है। ग्रीन अमोनिया और ग्रीन हाइड्रोजन 100% रिन्यूएबल उर्जा से बनाया जाता है। इसी वजह से इसे जलाने पर नुक्सान दायक गैसें उत्पन्न नहीं होती हैं।
अल्ट्रा हाई स्पीड ट्रेन निर्माण की समस्या (ultra high speed train construction problem)
ग्रीन एनर्जी पे चलने वाली अल्ट्रा हाई स्पीड ट्रेन जो दुनिया में पहली बार व्यावहारिक रूप से नियोम शहर में इस्तेमाल होगी। ये हाई स्पीड ट्रेन को करीब 482 किलोमटर पर घंटा के रफ़्तार से चलायें जाएंगे, जो सिर्फ 20 मिनटों के अंदर नियोम शहर के एक कोने से दुसरे कोने तक पहुचाने में सक्षम होगी। यह ट्रेन जिस टनल में चलेगी वहाँ बहुत ताकतवर चुंबक लगे होंगे, जो ग्रीन इलेक्ट्रिसिटी (Green Electricity) के मदत से ट्रेन को चलाएगा और साथ ही जब ट्रेन को चलाया जाएगा तो फिर कुछ देर तक ट्रेन पहिये पे चलेगी उसके थोरी देर बाद पहिये चार इंच ऊपर उठ जाएगी और चुंबकिये बल पर तैरती हुई ट्रेन उतनी ही बिजली में ज्यादा तेज चल सकेगी। इस शहर का डिज़ाइन बिलकुल सीधी लाइन में इसी वजह से रखा गया है, ताकि अल्ट्रा हाई स्पीड ट्रेन को सफ़र के दौड़ान मोड़ के वजह से धीमा ना करना पड़े।
सऊदी अरब को नियोम शहर की क्यू जरुरत पड़ी (Saudi Arabia Economic Growth in Hindi)
सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था में जादातर हिस्सा इनके यहाँ से निकलने वाले तेल का है। तेल निकलने से पहले सऊदी सिर्फ धार्मिक पर्यटन पे निर्भर था। लेकिन साल 1938 में पहली बार यहाँ तेल की खोज हुआ था और देखते ही देखते पूरी सऊदी अरब का नक्शा ही बदल गया। आज सऊदी अमेरिका के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है। जो सिर्फ एक दिन में 1 करोड़ से भी ज्यादा बैरल तेल उत्पादन करके 85 देशों को बेचता है। पर अब ख़राब खबर ये है की ये सब कुछ हमेशा ऐसा नहीं चलने वाला है। अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय (Stanford University) में की गई रक रिसर्च में ठोस साक्ष्य मिले है की जो कच्चा तेल (Crude Oil) पिछले 150 सालों से इस्तेमाल कर रहे है। वह अब जल्द ही ख़त्म होने वाला है। रिसर्च में अंदाजन बताया गया है की साल 2052 तक दुनिया से कच्चा तेल ख़त्म हो जाएगा या उसकी मात्रा इतनी कम रह जाएगी की उसको निकालना लाभदायक ही नहीं रहेगा। तो आखिर 2052 के बाद सऊदी अरब अपना गुजारा कैसे कर पाएगी। इसी परिस्थिथि को देखते हुए क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अभी से ही सऊदी को तेल की निर्भरता से हटाने का काम शुरू कर दिए है। दुबई के तरह ही अब सऊदी अरब भी पश्चिमी पर्यटन को बढ़ावा दे रहे है और उसके लिए जो शहर बनाई जा रही हैं, वों दुबई से भी काफ़ी ज्यादा आधुनिक होगी। यह शहर सऊदी के लिए अचूक साबित होगा जो उसकी अर्थव्यवस्था को तेल के निर्भरता से हटाकर पर्यटन की ओर ले जायेगा।
Bonus Knowledge
- नियोम (The Line City) को 24 अक्टूबर 2017 से बनाना प्रारंभ किया गया था। और इस शहर को बनने में लगभग 50 साल तक लग सकते हैं।
- इस शहर की ख़ूबसूरती को और बढ़ाने के लिए इसमें क्रत्रिम चंद्रमा (Artificial Moon) और क्लाउड सीडिंग (सुखी बर्फ) तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
- साथ ही इस शहर में सऊदी अरब का न्याय व्यवस्थ्सा (Judicial System) भी काम नहीं करेगा, बल्कि इस प्रोजेक्ट में निवेश करने वाले इसके लिए खुद ऑटोनोमस कानून प्रबंधन (Autonomous law management) तैयार करेंगे।
- निओम में फ्लाइंग टैक्सी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोट जैसी भविष्य की कई विशेष तकनीकी उपकरणों की विशेषताएं होंगी।
- सबसे बड़ी बात इस शहर में दुनिया भर से 90 लाख लोग एक साथ रह सकेंगे और यह उन्नत स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और परिवहन प्रणालियों के साथ उच्च जीवन स्तर की पेशकश करेगा।
Mind Test
Q.1 यह शहर नियोम के लिए कितना वर्ग किलोमटर जमीन निर्धारित किया गया हैं।
*Comment करके जरुर जवाब दे। और अपना कीमती सुझाव जरुर दे।
Note*
ये प्रशन इसी लेख के अंदर से पूछा गया हैं।
26,500 वर्ग किलोमीटर